Success Story of Yangmila Zimik :- किसी भी कारोबार को किसी महिला के लिए अकेले खड़ा करना काफी मुश्किल भरा होता है। वह भी तब जब उस महिला के पास एक बच्चा हो और वह सिंगल मदर हो। लेकिन ऐसी ही मुश्किलों से पार पाकर सफलता की नई कहानी लिखी है मणिपुर की यांगमिला जिमिक ने।
- इस महिला ने 500 रुपये से कारोबार की शुरुआत की थी
- मणिपुर की यह महिला अचार और कैंडी का कारोबार करती है
- आज यह महिला हर साल 12 लाख रुपये की कमाई करती है
Success Story of Yangmila Zimik :- किसी भी कारोबार की शुरुआत करना आसान नहीं होता है। खासतौर से सिंगल मदर के लिए। लेकिन जिद के आगे सारी चुनौतियां फीकी पड़ जाती हैं। ऐसी ही चुनौतियां से पार पाया है मणिपुर की रहने वाली यांगमिला जिमिक ने। अब जब मणिपुर में हिंसा फैली हुई है, ऐसे में उनके लिए कारोबार करना कुछ मुश्किल हो रहा है लेकिन हौसले बुलंद हैं।
Success Story of Yangmila Zimik :- 52 साल की यांगमिला ने अपने कारोबार की शुरुआत मात्र 500 रुपये से की थी। आज उनका टर्नओवर महीने का एक लाख रुपये से ज्यादा है। यांगमिला जंगली फलों से कैंडी और अचार बनाती हैं। उनकी कंपनी का नाम शिरीन प्रोडक्ट्स (Shirin Products) है। वह न केवल प्रोडक्ट बेचती हैं बल्कि स्थानीय किसानों और महिलाओं को भी सशक्त बना रही हैं।
21 साल की उम्र में बनी मां
Success Story of Yangmila Zimik :- यांगमिला मात्र 21 साल की उम्र में मां बन गई थीं। उन्हें कहीं से कोई सपोर्ट नहीं मिला। उन्हें अपने नवजात बच्चे को अकेले पालना पड़ा। कोई गुजारा भत्ता भी नहीं मिला। यांगमिला ने बताया कि शुरू में उनके पिता ने उनकी कुछ मदद की। लेकिन उनके पिता के गुजर जाने के बाद वह मदद भी बंद हो गई। ऐसे में सारी जिम्मदेारी उन्हें खुद उठानी पड़ी।
10वीं की पढ़ाई छोड़ बिजनस में रखे कदम
Success Story of Yangmila Zimik :- यांगमिला का सफर बहुत आसान नहीं रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति संभालने के लिए उन्हें 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ गई। इसके बाद उन्होंने सब्जियां तक बेचनी पड़ीं। यही नहीं, उन्होंने चाय की दुकान भी चलाई। साथ ही सेकेंड हैंड कपड़े बेचना और यहां तक कि मुर्गी पालन का काम भी किया।
फूड प्रोसेसिंग में रखा कदम
Success Story of Yangmila Zimik :- यांगमिला का कोई भी काम सही से नहीं चला, लेकिन वह बताती हैं कि हर प्रयास ने कई सबक दिए। बाद में उन्होंने जंगली फलों से बनी ताजी कैंडी में मौका दिखाई दिया। इसके लिए उन्होंने साल 2015 में घर पर ही प्रयोग करना शुरू किया। उन्होंने अपने गांव और उसके आस-पास से जंगली फलों का इस्तेमाल करके अचार और कैंडी बनाना शुरू किया।
Success Story of Yangmila Zimik :- उसी समय यांगमिला ने एक एनजीओ पार्टिसिपेटरी एक्शन फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (PASDO) और बाद में केंद्रीय विज्ञान केंद्र ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद), इंफाल से कैंडी बनाने की ट्रेनिंग ली। साल 2016 में उन्होंने अपनी खुद की कंपनी ‘शिरीन प्रोडक्ट्स’ शुरू की। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
ऐसे पहुंची ऊंचे मुकाम पर
Success Story of Yangmila Zimik :- यांगमिला ने जो पहला प्रोडक्ट बनाया वह आंवले की कैंडी थी। उन्होंने कहा कि उस समय उनके पास मात्र 500 रुपये थे। उससे उन्होंने आंवले का एक डिब्बा और थोड़ी चीनी खरीदी। उन्होंने कैंडी का पहला बैच तैयार किया और बेचने निकल पड़ीं। उन्होंने कुछ पैकेट सैंपल के तौर पर फ्री में दिए। इसके बावजूद वह 650 रुपये कमाने में सफल रहीं।
Success Story of Yangmila Zimik :- उन्होंने अपने कारोबार को आगे बढ़ाया। दूसरे बैच से उन्हें 1,000 रुपये की कमाई हुई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज वह 40 से ज्यादा तरह के प्रोडक्ट बनाती हैं। इनमें अचार, कैंडी और स्क्वैश शामिल हैं। वह बताती हैं कि उनके ज्यादातर अचार उनके 5000 वर्ग फुट के किचन गार्डन से ताजी और जैविक रूप से उगाई गई सब्जियों का इस्तेमाल करके बनाए जाते हैं।
देश के कई हिस्सों में मौजूदगी
Success Story of Yangmila Zimik :- आज वह हर महीने एक लाख रुपये से अधिक की बिक्री कर लेती हैं। इसमें उनका प्रॉफिट मार्जिन 25 फीसदी होता है। जंगली जैतून, बेर, जंगली सेब, करौंदा, कीवी आदि जैसे अनूठे स्वादों वाले उनके प्रोडक्ट अब मणिपुर, असम, नागालैंड, मुंबई और दिल्ली में भी मौजूद हैं। मणिपुर में चल रहे संघर्ष का असर उनके कारोबार पर भी पड़ा है। उन्हें कुछ नुकसान भी हुआ है। साथ ही प्रोडक्शन पहले के मुकाबले कुछ धीमा हो गया है।