GMR Group has also gained recognition at the international level :- जीएमआर ग्रुप (GMR Group) के संस्थापक और भारतीय अरबपति जीएम राव (GM Rao) ने इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में विशाल साम्राज्य स्थापित किया है। उनका ग्रुप दिल्ली, हैदराबाद और गोवा में हवाई अड्डों का संचालन करता है। विदेश में फिलीपींस और इंडोनेशिया में भी हवाई अड्डे बनाए हैं। साल 2024 में एयरबस (Airbus) के साथ मिलकर हैदराबाद में जीएमआर स्कूल ऑफ एविएशन शुरू किया।
GMR Group has also gained recognition at the international level :- जीएम राव के पास भारत के तीन बड़े हवाई अड्डों की कमान है। उन्हें ‘एयरपोर्ट टाइकून’ कहते हैं। जीएम राव ने 83.64 अरब रुपये के रेवेन्यू वाला जीएमआर समूह बनाया है। ग्रुप की प्रमुख कंपनियों में जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर, जीएमआर एनर्जी, जीएमआर एयरपोर्ट्स और जीएमआर एंटरप्राइजेज शामिल हैं। यह समूह भारत के प्रमुख हवाई अड्डा निर्माताओं में से एक है। इसके प्रोजेक्ट्स ग्रीस और फिलीपींस समेत कई देशों में फैले हैं। आंध्र प्रदेश के एक छोटे से शहर से निकले राव ने साधारण शुरुआत से एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया है। फोर्ब्स रियल टाइम नेटवर्थ के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 2.9 अरब डॉलर (करीब 25,060 करोड़ रुपये) है। यह उन्हें भारत के सबसे अमीर लोगों में से एक बनाता है। आइए, यहां उनकी सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
1978 में जूट मिल से शुरुआत
GMR Group has also gained recognition at the international level :- 74 साल के जीएम राव आंध्र प्रदेश के एक छोटे से शहर से आते हैं। कारोबार जगत में उनका सफर 1978 में एक जूट मिल से शुरू हुआ था। उनकी व्यावसायिक कुशलता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें अपने व्यवसाय को कई क्षेत्रों में फैलाने के लिए प्रेरित किया। तब से जीएम राव ने 28 अलग-अलग व्यवसाय खड़े किए हैं। ये शहरी बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर हवाई अड्डा निर्माण और प्रबंधन तक फैले हुए हैं। जीएमआर समूह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निजी हवाई अड्डा (Private Airport) संचालक है। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। समूह ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल का फायदा उठाया है। इससे उसने ऊर्जा, परिवहन, हवाई अड्डा और शहरी बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्याधुनिक परियोजनाओं का नेतृत्व किया है।
‘एयरपोर्ट टाइकून’ के तौर पर मशहूर
GMR Group has also gained recognition at the international level :- जीएम राव बेंगलुरु और देशभर के सबसे धनी उद्योगपतियों में से एक हैं। उन्हें फोर्ब्स की भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में भी जगह मिली है। ‘एयरपोर्ट टाइकून’ के तौर पर मशहूर राव के पास IPL क्रिकेट टीम दिल्ली कैपिटल्स में 50% हिस्सेदारी है। जीएमआर समूह भारत में कई हवाई अड्डों का संचालन करता है। इनमें दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, गोवा का मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, हैदराबाद का राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और नागपुर का डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (MIHAN इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ) शामिल हैं। जनवरी 2024 में समूह ने यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस के साथ मिलकर हैदराबाद में जीएमआर स्कूल ऑफ एविएशन का उद्घाटन किया।
भारत से बाहर भी समूह का विस्तार
GMR Group has also gained recognition at the international level :- समूह का विस्तार भारत से बाहर भी कई देशों में हुआ है। ग्रीस और फिलीपींस में हवाई अड्डा परियोजनाएं इसका उदाहरण हैं। फिलीपींस में मैक्टन-सेबू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना समूह की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की क्षमता को दर्शाता है।
GMR Group has also gained recognition at the international level :- जीएम राव की कहानी प्रेरणादायक है। एक छोटे से शहर से निकलकर उन्होंने व्यवसाय की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनका जीवन संघर्ष और सफलता की अनोखी मिसाल है। उन्होंने न केवल अपने लिए बल्कि देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी कंपनी जीएमआर ग्रुप आज भारत के बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है।