Lok Sabha Election 2024 राहुल गांधी इस चुनाव में अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा इसे मुद्दा बना रही है और राहुल पर अमेठी से डरकर भागने का आरोप लगा रही है। इन आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि दोनों सीटें गांधी परिवार के लिए एक समान है और इनमें कोई अंतर नहीं है।
Lok Sabha Election 2024 – राहुल गांधी के अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद से ही इसके पीछे की वजह को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस इसे सोची समझी रणनीति का हिस्सा बता रही है। वहीं भाजपा का आरोप है कि राहुल हार के डर से अमेठी छोड़कर रायबरेली भाग गए। अब कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने पार्टी के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि रायबरेली और अमेठी, दोनों सीटें पार्टी और गांधी परिवार के लिए एक समान हैं। शनिवार को उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि पार्टी और गांधी परिवार के लिए दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए प्यार और सम्मान समान है।
कोई मुद्दा नहीं है
Lok Sabha Election 2024 उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के लिए, रायबरेली और अमेठी अलग हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस और गांधी परिवार के लिए, अमेठी और रायबरेली बराबर हैं। दोनों जगह का सम्मान और प्यार भी एक जैसा है… मुझे नहीं लगता कि यहां कोई मुद्दा है। केएल शर्मा तो अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं, यहां मुद्दा क्या है? राहुल गांधी वहां से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उन्हें बताया गया था।’
पीएम मोदी पर आरोप
Lok Sabha Election 2024 – इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएम मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन मुद्दों का जिक्र कर रहे हैं, जिनका कांग्रेस के घोषणापत्र में उल्लेख तक नहीं है। उन्होंने कहा “दो चरण के चुनाव के बाद पीएम मोदी को समझ आ गया है कि चुनाव अब जनता के हाथ में है। वो हर सभा में झूठ बोलते हैं। कभी मंगलसूत्र की बात करते हैं, कभी हिंदू-मुसलमान की बात करते हैं। उन मुद्दों पर बातें करते हैं, जो कांग्रेस के घोषणापत्र में हैं ही नहीं। ‘
Lok Sabha Election 2024 – कांग्रेस ने लंबे समय की अटकलों और कयासों के बाद आखिरकार शुक्रवार को अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों की घोषणा की, लेकिन पार्टी ने चौंकाते हुए राहुल गांधी को रायबरेली और केएल शर्मा को अमेठी से प्रत्याशी बनाया। राहुल 2004 से 2019 तक अमेठी से सांसद रह चुके हैं। हालांकि 2019 में उन्हें स्मृति ईरानी के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।