Apple increased tension :- चीन ने घरेलू स्मार्टफोन कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए एक नई सब्सिडी योजना शुरू की है। इस योजना से चीनी ब्रांडों के फोन सस्ते हो जाएंगे, जिससे Apple जैसे विदेशी ब्रांडों को नुकसान हो सकता है। Apple ने इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए डिस्काउंट ऑफर शुरू किया है।
Apple increased tension :- चीन ने अपने देश में एक नई स्मार्टफोन सब्सिडी योजना की शुरुआती की है। इस योजना के तहत चीन में सस्ते में स्मार्टफोन या स्मार्टवॉच खरीदा जा सकता है, लेकिन इस योजना में एक दिक्कत है कि इसका फायदा केवल घरेलू स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच खरीदने पर मिलेगा। मतलब अगर आप ऐपल या फिर Samsung Smartphone खरीदते हैं, तो आपको इस सब्सिडी का फायदा नहीं मिलेगा। बता दें कि चीन के कई प्रांत पहले से ही लोकल ट्रेड इन प्रोग्राम को पर्सनल डिवाइस के लिए लागू कर दिया था।
Apple की बढ़ गई टेंशन
Apple increased tension :- चीनी सरकार की इस योजना ने Apple की टेंशन बढ़ा दी है, जबकि Huawei, Xiaomi and Oppo ब्राड के मजे आ गये हैं, क्योंकि चीन सरकार की इस योजना से चाइनीज ब्रांड के फोन को खरीदना सस्ता हो जाएगा। ऐसे में ऐपल को सीधा नुकसान होगा। ऐपल ने भी चीनी सरकार की योजना का तोड़ निकालने की कोशिश की है। ऐपल ने iPhone खरीदने पर डिस्काउंट ऑफर देने का ऐलान किया है। कंपनी की ओर से iPhone मॉडल पर 500 युआन यानी 68.50 डॉलर की छूट दी जा रही है।
किन डिवाइस को किया जाएगा कवर
Apple increased tension :- नेशनल डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म कमीशन ने शुक्रवार को ऐलान किया है कि चीन की ओर से ट्रेड इन सब्सिडी का विस्तार किया जाएगा। इसके बाद पूरे चीन में स्मार्टफोन और अन्य पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक को कवर किया जाएगा। चीन में Apple के स्मार्टफोन शिपमेंट में लगातार चार माह से गिरावट देखी जा रही है। चाइना एकेडमी ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी के आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में विदेशी ब्रांड शिपमेंट में साल-दर-साल 47.4 फीसद गिरकर 30.4 मिलियन यूनिट हो गया है।
Huawei की एंट्री से बढ़ी Apple की टेंशन
Apple increased tension :- बता दें कि अगस्त 2023 में प्रीमियम सेगमेंट में Huawei की वापसी हुई है। 2024 की तीसरी तिमाही में हुआवे स्मार्टफोन की बिक्री में 42 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई, जबकि Apple दूसरी तिमाही में चीन के टॉप 5 स्मार्टफोन ब्रांड से बाहर हो गया है। बता दें कि चीन का नया सब्सिडी कार्यक्रम, बीते साल 2007-2013 के प्रोग्राम की याद दिलाता है, जिसमें चीन ने घरेलू स्मार्टफोन निर्माताओं के मार्केट शेयर बढ़ाने में मदद की थी।