Are Jio and Airtel selling ‘5G’ as AirFiber? :- सैटेलाइट इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवा पर चर्चा हो रही है, जबकि एयरफाइबर को नया नाम मात्र दिया गया है। Excitel के सीईओ ने इसे 5G तकनीक की नई पैकेजिंग बताया और फाइबर नेटवर्क की अहमियत पर जोर दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाने की चुनौती है जहां बड़ी कंपनियां सेवा नहीं दे रही हैं।
Are Jio and Airtel selling ‘5G’ as AirFiber? :- सैटेलाइट इंटरनेट को लेकर चर्चा काफी तेज है। इस बीच ब्रॉडबैंड सर्विस भी चर्चा का विषय बनी हुई है। टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से AirFiber सर्विस की शुरुआत की गई थी। इसमें यूजर्स को फास्ट इंटरनेट और ओटीटी बेनिफिट्स तक दिए जाते हैं। खास बात है कि एयरफाइबर के लिए आपको वायर कनेक्शन की जरूरत नहीं होती है। ये वायरलेस कनेक्शन होता है। लेकिन इस बीच ब्रॉडबैंड सर्विस प्रोवाइडर Excitel के सीईओ विवेक रैना ने बड़ा बयान दिया है। न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एयरफाइबर में कुछ नया नहीं है। बल्कि ये 5G ही है, जिसे टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से नई पैकेजिंग में बेचा जा रहा है।
Are Jio and Airtel selling ‘5G’ as AirFiber? :- रैना कहते हैं, ‘देश में 5G और एयरफाइबर का दौर चल रहा है। हर किसी की जुबान पर यही है। ये सर्विस वायरलेस सिग्नल से अलग नहीं है। ये भी बिल्कुल मोबाइल बेस्ड टेक्नोलॉजी की तरह काम करती है। 5G नेटवर्क की ही नई पैकेजिंग का नाम एयरफाइबर दिया गया है। मोबाइल नेटवर्क स्पेक्ट्रम को शेयरिंग के साथ इस्तेमाल करते हैं। ज्यादा यूजर्स, स्लो स्पीड मिलती है। एयरफाइबर को भी किसी अनप्लान एरिया में इंस्टॉल नहीं किया जा सकता है। टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से 5G स्पेक्ट्रम को मोनेटाइज करने पर फोकस किया जा रहा है। लेकिन ये फाइबर का रिप्लेसमेंट नहीं है। आपको टीवी, गेमिंग के लिए वायर्ड ब्रॉडबैंड की जरूरत होती है।’
TRAI ने तय किया मिनिमम ब्रॉडबैंड स्पीड
Are Jio and Airtel selling ‘5G’ as AirFiber? :- TRAI की तरफ से ब्रॉडबैंड के लिए मिनिमम स्पीड भी तय कर ली गई है। ये स्पीड 2 Mbps तक होनी चाहिए। जबकि पहले यही स्पीड 512 Kbps तक तय की गई थी। वायरलेस और वायर्ड इंटरनेट कंपनियों की तरफ से स्पीड पर काम किया जा रहा है। घर और बिजनेस को कंपनियों की तरफ से Gbps में इंटरनेट की स्पीड प्रोवाइड करवाई जा रही है। रैना ने कहा कि छोटी कंपनियों की जियो, एयरटेल से सीधी टक्कर मुश्किल पैदा कर सकती है। इसकी जगह वह फोकस कर रहे हैं कि ऐसे एरिया पर काम किया जाए, जहां ये कंपनियां इंटरनेट प्रोवाइड नहीं कर रही हैं।
Are Jio and Airtel selling ‘5G’ as AirFiber? :- Excitel की तरफ से बड़ी टेलीकॉम कंपनियों की पहुंच से बाहर एरिया पर फोकस करने पर जोर दिया जा रहा है। ग्रामीण भारत में अभी भी फास्ट इंटरनेट की पहुंच नहीं है। पुराने शहरों में तारों का जाल बिछा हुआ है। हर जगह तारें होती हैं। इसमें केवल 30 प्रतिशत ही ऐसी जगहें हैं जो पूरी तरह व्यवस्थित हैं। मनोरंजन के नजरिये से इस पर पूरा फोकस किया जा रहा है। दिल्ली की बात करते हुए रैना कहते हैं कि दिल्ली का मॉडल टाउन व्यवस्थित है। अभी बहुत सारे इलाकों को व्यवस्थित करना अनिवार्य है।