The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- चीनी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। कमजोर कमाई रिपोर्ट और अमेरिकी नीतियों को लेकर चिंता के कारण गिरावट आई। विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बेचे और चीनी शेयर खरीदे। भारतीय बाजार में बिकवाली का दौर जारी रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार में जल्द ही बिकवाली का दौर थम सकता है।
चीन की बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों की कमाई उम्मीद से कम रही है
चीन के शेयर बाजारों में शुक्रवार को देखने को मिली बड़ी गिरावट
एफआईआई की ‘सेल इंडिया, बाय चाइना’ स्ट्रैटेजी पड़ गई है उलटी
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ‘सेल इंडिया, बाय चाइना’ की स्ट्रैटेजी उलटी पड़ गई है। इस स्ट्रैटेजी के जरिये इन निवेशकों की भारतीय बाजारों से पैसा निकाल चीनी शेयरों में निवेश करके बेहतर रिटर्न हासिल करने की चाहत थी। लेकिन, खेल पूरा बिगड़ गया। जिन प्रोत्साहनों को देखकर उन्होंने चीन पर दांव लगाया था, वह थकी अर्थव्यवस्था में हवा भरने में नाकाम रहे। अब बस इंतजार है कि ये ‘बुद्धू’ बने निवेशक कब भारत वापसी करते हैं।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- चीन और हांगकांग के शेयर बाजार शुक्रवार को धड़ाम हो गए। ब्लू-चिप CSI300 और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में 9 अक्टूबर के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बड़ी टेक कंपनियों की कमाई उम्मीद से कम रही। साथ ही, डोनाल्ड ट्रंप की चीन के प्रति भविष्य की नीतियों को लेकर भी चिंताएं हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद से चीन को लेकर उनका रुख कड़ा रहने की आशंका है।
चीन के शेयरों में गिरावट की वजह
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 3.06% पिछले कारोबारी सत्र में लुढ़ककर 3,267.19 पर बंद हुआ था। CSI300 इंडेक्स 3.1% टूट गया। इसमें फाइनेंशियल सेक्टर 3.38%, कंज्यूमर स्टेपल सेक्टर 2.96%, रियल एस्टेट इंडेक्स 2.95% और हेल्थकेयर सेक्टर 3.8% नीचे आ गया। बायोटेक कंपनियों और ब्रोकरेज में गिरावट और भी ज्यादा रही। ये दोनों 4 फीसदी से ज्यादा गिर गए।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- चीन के शेयरों में गिरावट के दो मुख्य फैक्टर हैं। पहला, डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा व्हाइट हाउस लौटने का अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, इसे लेकर चिंता है। दूसरा, कंपनियों की कमाई की रिपोर्ट निराशाजनक रही है। इससे बिकवाली और बढ़ गई है।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- उपभोक्ता मांग के संकेतक माने जाने वाले PDD और Baidu दोनों ने कमजोर रेवेन्यू की जानकारी दी है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, AI में अग्रणी Baidu की बिक्री में दो साल से ज्यादा समय में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। वहीं, ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म PDD ने मुनाफे में गिरावट की चेतावनी दी है।
क्या है ‘सेल इंडिया बाय चाइना’ स्ट्रैटेजी?
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- ‘सेल इंडिया बाय चाइना’ ट्रेड की रणनीति चीन स्टिमुलस की खबरों के बीच चर्चा में आई थी। चीनी सरकार ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे पर खर्च, टैक्स कटौती और मौद्रिक नीति ढील सहित तमाम प्रोत्साहन उपायों को लागू किया। इसके उलट, भारत को लगातार निराशाजनक तिमाही नतीजों का सामना करना पड़ा। नतीजतन, एफआईआई यान विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में अपनी हिस्सेदारी कम करना और चीनी शेयरों में अपने निवेश को बढ़ाना शुरू कर दिया।
एफआईआई ने कितना निकाला पैसा?
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, नवंबर में 22 तारीख तक एफआईआई की ओर से लगातार बिकवाली जारी रही। अक्टूबर में एक्सचेंजों के जरिये 1,13,858 करोड़ रुपये के शेयर बेचने के बाद एफआईआई ने नवंबर में 22 तारीख तक 41,872 करोड़ रुपये के शेयर और बेचे हैं। हालांकि, प्राइमरी मार्केट्स के माध्यम से एफआईआई खरीद का रुझान भी जारी रहा और नवंबर में 22 तारीख तक 15,339 करोड़ रुपये की खरीद हुई।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- इसका मतलब है कि 1 अक्टूबर से 23 नवंबर की अवधि के लिए एक्सचेंजों के जरिये कुल एफआईआई बिक्री 15,5730 करोड़ रुपये है। विजयकुमार ने कहा कि इस तरह की बिकवाली एक साल में होती है जब एफआईआई बिकवाली के मूड में होते हैं।
बिकवाली का दौर खत्म, अब वापसी का इंतजार
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- विजयकुमार ने कहा कि भारत में एफआईआई की बिकवाली जल्द ही कम होने की संभावना है। उनके मुताबिक, भारत में लार्ज कैप का वैल्यूएशन भी ऊंचे स्तर से नीचे आ गया है। विदेशी निवेशक आईटी शेयर खरीद रहे हैं और यह उन्हें मजबूती प्रदान कर रहा है।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- निवेश रणनीतिकार ने कहा कि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) की खरीदारी के कारण बैंकिंग शेयरों में गिरावट के बावजूद तेजी बनी हुई है।
The strategy of ‘Sell India, Buy China’ backfired :- विजयकुमार के अनुसार, तीन मुख्य कारणों से भारत में एफआईआई की ओर से भारी बिकवाली हुई है। इनमें पहला फैक्टर है- ‘सेल इंडिया, बाय चाइना’ ट्रेड। दूसरा, वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय कंपनियों की कमाई को लेकर चिंता। तीसरा, ‘ट्रंप ट्रेड’ है। इनमें से ‘सेल इंडिया, बाय चाइना’ ट्रेड समाप्त हो गया है। ट्रंप ट्रेड भी रफ्तार खोता हुआ दिख रहा है क्योंकि अमेरिका में वैल्यूएशन उच्च स्तर पर पहुंच गया है।