This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- उत्तर प्रदेश की सौम्या सिंह राठौर WinZO गेम्स की सह-संस्थापक हैं। इसे उन्होंने 2018 में शुरू किया था। 2020 में क्रिकेटर एमएस धोनी इसके ब्रांड एंबेसडर बने। यह कंपनी अब 17.5 करोड़ यूजर्स के साथ भारत की सबसे बड़ी सोशल गेमिंग प्लेटफार्म है। इसकी वैल्यूएशन 2,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर से निकलकर सौम्या सिंह राठौर ने 2,500 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर दी। WinZO गेम्स की सह-संस्थापक सौम्या ने महज पांच सालों में ऐसा किया। एमएस धोनी कंपनी के ब्रांड एम्बेसडर हैं। सौम्या ने कॉर्पोरेट जगत में लगभग एक दशक बिताने के बाद 2018 में पवन नंदा के साथ मिलकर WinZO गेम्स की शुरुआत की थी। शुरुआत में उन्हें सिर्फ 3.3 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। लेकिन, 2019 तक उनके प्लेटफॉर्म पर 2 करोड़ यूजर हो गए। WinZO टियर-2 और टियर-3 शहरों पर फोकस करती है। यह प्लेटफॉर्म 25 भारतीय भाषाओं में गेम उपलब्ध कराता है। यूजर 2 से 25 रुपये देकर गेम खेलकर इनाम जीत सकते हैं। आइए, यहां सौम्या सिंह राठौर की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
उत्तर प्रदेश में हुआ जन्म
This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- सौम्या सिंह राठौर का जन्म 1988 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर में हुआ था। उन्होंने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से साइकॉलजी में पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री हासिल की। सौम्या ने अपने करियर की शुरुआत लंदन में KPMG में एक एसोसिएट के रूप में की। बाद में उन्होंने भारत में लगभग दस साल कॉर्पोरेट जगत में काम करने के बाद उद्यमिता की राह चुनी। साल 2018 में सौम्या ने पवन नंदा के साथ मिलकर WinZO गेम्स की स्थापना की। पवन नंदा उनके पूर्व सहकर्मी थे। पवन ने इससे पहले बैकपैकर ट्रैवल स्टार्टअप ZO Rooms की सह-स्थापना की थी। हालांकि, Oyo-ZO विवाद के बाद 2016 में ZO Rooms बंद हो गया था। सौम्या और पवन ने 3.3 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाकर WinZO गेम्स शुरू किया। 2019 तक प्लेटफॉर्म पर 2 करोड़ से ज्यादा यूजर हो गए। 200 करोड़ से ज्यादा मासिक लेनदेन होने लगे।
ऐसे जुड़े एमएस धोनी
This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- सौम्या और पवन की विनजो ने शुरुआत में इंडी गेम डेवलपर्स के साथ साझेदारी की। उनके गेम्स को अपने प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया। सौम्या ने टियर-2 और टियर-3 शहरों को टारगेट किया। उस समय यह एक नया क्षेत्र था। यह आइडिया तुरंत हिट हो गया। कुछ ही सालों में इसके यूजर बेस में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। 2020 में कंपनी ने भारतीय क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी को कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया। उसी साल शाहरुख खान की आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ एक मल्टी-ईयर स्पॉन्सरशिप डील भी की। इसके अलावा, कंपनी ने कैरी मिनाटी और भुवन बाम जैसे प्रसिद्ध इन्फ्लुएंसर के साथ भी पार्टनरशिप की।
गजब का बनाया बिजनेस मॉडल
This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- सौम्या सिंह राठौर का बिजनेस मॉडल माइक्रो-ट्रांजैक्शन पर आधारित है। यह मोबाइल गेम्स में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रमुख रेवेन्यू मॉडल है। इसमें यूजर दूसरे खिलाड़ियों के खिलाफ रीयल-टाइम मल्टीप्लेयर गेम खेल सकते हैं। 2 से 25 रुपये देकर गेम खेलकर इनाम जीत सकते हैं। कंपनी का फोकस टियर-2 और टियर-3 शहरों पर है। यहां से उसके ज्यादातर यूजर आते हैं। भारतीयों को ज्यादा जोड़े रखने के लिए गेम्स 25 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं। इनमें क्रिकेट और कैरम जैसे गेम भी शामिल हैं। विनजो मॉडल की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक साल के अंदर ही प्लेटफॉर्म ने 50 लाख से ज्यादा यूजर जुटा लिए। आज, प्लेटफॉर्म पर 100 से ज्यादा गेम उपलब्ध हैं। इनमें क्रिकेट, कैरम और लूडो शामिल हैं। ये गेम छह फॉर्मेट और 12 भाषाओं में उपलब्ध हैं।
इन्फ्लुएंसर की भी खूब कमाई
This girl set up a company worth ₹2500 crore in just 5 years :- सौम्या सिंह राठौर के लिए विनजो मुनाफे का सौदा साबित हुई है। साथ ही माइक्रो इन्फ्लुएंसर के लिए भी यह अच्छी कमाई का जरिया बनी है। कंपनी का दावा है कि 2022 तक लगभग 1 लाख इन्फ्लुएंसर हर महीने 75,000 से 1 लाख रुपये तक यहां तक कि कुछ मामलों में 5-10 लाख रुपये तक कमा रहे थे। कंपनी की कोशिश प्लेटफॉर्म के इन्फ्लुएंसर बेस को 2 लाख तक बढ़ाने की है। एक छोटे से उद्यम से शुरू होकर विनजो आज भारत का सबसे बड़ा सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म बन गया है। इसका बाजार मूल्यांकन 2500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है।